भावन Meaning in Hindi, भावन का हिंदी अर्थ
Meaning in Hindi
Synonyms of भावन
- कालाग्निरुद्रोपनिषद्
- तेजो-बिंदु उपनिषद
- कठरुद्र उपनिषद्
- शाण्डिल्योपनिषद्
- वराह उपनिषद्
- वराह उपनिषद
- अक्षि उपनिषद्
- स्कंद उपनिषद
- वासुदेव उपनिषद्
- सावित्रि उपनिषद्
- शांडिल्य
- रुद्राक्ष
- कौषीताकि
- सुबालोपनिषद
- कुण्डिक उपनिषद्
- भस्म उपनिषद
- हंसोपनिषद्
- महावाक्य
- शांडिल्य उपनिषद्
- तारसार
- तेजो-बिन्दु
- गणपति उपनिषद
- तेजोबिन्दु
- पाशुपत
- भावनोपनिषद्
- गर्भोपनिषद्
- रामरहस्योपनिषद्
- योगशिखा उपनिषद्
- अक्षमालिकोपनिषद
- बृहज्जाबाल
- योग कुंडलिनि
- मण्डलब्राह्मणोपनिषद
- ब्रह्मोपनिषद्
- कुण्डिकोपनिषद
- अद्वयतारकोपनिषद
- योग कुण्डलिनि उपनिषद्
- स्कन्द उपनिषद्
- हंस
- निर्वाणोपनिषद
- आत्मा उपनिषद
- योगतत्त्व उपनिषद
- अवधूत उपनिषद्
- एकाक्षरोपनिषद्
- निरालंब
- भावन उपनिषद्
- शात्यायनि
- क्षुरिक
- आत्मबोध उपनिषद
- रुद्राक्ष उपनिषद्
- कौषीतक उपनिषद
- त्रिपुर
- कृष्णोपनिषद्
- नाद-बिंदु उपनिषद्
- कालाग्निरुद्रोपनिषद
- योगकुण्डलिनि उपनिषद्
- गारुड़ोपनिषद्
- त्रिपुर उपनिषद्
- योगचूड़ामणि उपनिषद
- दर्शनोपनिषद
- योग-कुंडलिनि
- कैवल्य
- शांडिल्य उपनिषद
- योगशिखा उपनिषद
- सर्व-सार उपनिषद्
- कौषीतक उपनिषद्
- तुरीयातीत उपनिषद
- दर्शनोपनिषद्
- निरालम्ब उपनिषद
- नृसिंहतापनी
- ब्रह्मोपनिषद
- कठरुद्रोपनिषद
- नारायणोपनिषद्
- परमहंस
- हयग्रीवोपनिषद
- कुंडिकोपनिषद्
- मान्त्रिकोपनिषद
- सर्व-सारोपनिषद्
- मैत्रेयि उपनिषद्
- गणपति उपनिषद्
- कैवल्य उपनिषद्
- गारुड़ोपनिषद
- त्रिपुरोपनिषद्
- भावनोपनिषद
- कुंडिक उपनिषद
- अद्वयतारक उपनिषद
- दक्षिणामूर्ति
- हंस उपनिषद्
- आत्मबोधोपनिषद
- हयग्रीव उपनिषद
- भस्म उपनिषद्
- सीता उपनिषद्
- शारीरक उपनिषद्
- मांत्रिकोपनिषद
- सौभाग्योपनिषद्
- रुद्राक्ष उपनिषद
- कौषीतक
- सर्व-सारोपनिषद
- मण्डलब्राह्मण
- निरालम्ब उपनिषद्
- मांत्रिकोपनिषद्
- नाद-बिंदु
- गर्भ उपनिषद
- गर्भोपनिषद
- अक्षि उपनिषद
- निरालम्बोपनिषद्
- निर्वाण उपनिषद्
- नारायण उपनिषद्
- शाण्डिल्य उपनिषद्
- भावन उपनिषद
- शात्यायनि उपनिषद
- भस्मोपनिषद
- बह्वृचोपनिषद्
- शांडिल्योपनिषद्
- कैवल्योपनिषद
- भिक्षुकोपनिषद
- गणपति
- देवि उपनिषद्
- योगकुंडलिनि उपनिषद्
- अवधूतोपनिषद्
- पैंगल उपनिषद
- गर्भ उपनिषद्
- रामरहस्य उपनिषद्
- योग-कुण्डलिनि
- ध्यानबिन्दु उपनिषद
- मान्त्रिक उपनिषद्
- परिव्रात् उपनिषद
- योग कुंडलिनि उपनिषद्
- परिव्रात्
- अन्नपूर्णोपनिषद्
- मुद्गल उपनिषद्
- नारायण उपनिषद
- वराहोपनिषद
- महानारायण
- मैत्रेयि उपनिषद
- अन्नपूर्ण
- शरभोपनिषद्
- याज्ञवल्क्योपनिषद
- गर्भ
- याज्ञवल्क्य उपनिषद्
- भिक्षुक उपनिषद
- कुंडिक
- दत्तात्रेय उपनिषद्
- सौभाग्य उपनिषद्
- कौषीतकी उपनिषद
- हंसोपनिषद
- शांडिल्योपनिषद
- शरभ उपनिषद
- ब्रह्म
- तेजो-बिंद
- ध्यानबिंदु उपनिषद
- शरभोपनिषद
- वासुदेव
- अध्यात्मा उपनिषद्
- क्षुरिक उपनिषद
- नादबिन्दु
- कालाग्निरुद्र उपनिषद्
- निरालंब उपनिषद्
- कठरुद्र उपनिषद
- कौषीताकि उपनिषद
- भिक्षुकोपनिषद्
- निर्वाण
- याज्ञवल्क्य उपनिषद
- रामतापणि
- नृसिंहतापनी उपनिषद्
- मांत्रिक उपनिषद्
- तारसार उपनिषद्
- नारदपरिव्राजक उपनिषद
- अमृतबिन्दु
- नाद-बिन्दु उपनिषद
- शाण्डिल्य उपनिषद
- सूर्योपनिषद
- महावाक्य उपनिषद
- संन्यासोपनिषद
- कुंडिकोपनिषद
- ध्यानबिन्दु
- सूर्य उपनिषद
- शारीरकोपनिषद्
- निरालंब उपनिषद
- नृसिंहतापनी उपनिषद
- मान्त्रिक
- परमहंसोपनिषद्
- अध्यात्मा
- बह्वृच उपनिषद
- आरुणेयोपनिषद
- बृहज्जाबालोपनिषद
- परब्रह्म उपनिषद
- अव्यक्त उपनिषद
- निरालम्ब
- महावाक्योपनिषद्
- क्षुरिक उपनिषद्
- आरुणेय उपनिषद
- निरालम्बोपनिषद
- सुबाल उपनिषद
- परमहंस उपनिषद
- मंडलब्राह्मण
- हंस उपनिषद
- मण्डलब्राह्मण उपनिषद्
- शरभ उपनिषद्
- संन्यास
- रुद्राक्षोपनिषद
- कुण्डिक उपनिषद
- कठरुद्र
- अद्वयतारक उपनिषद्
- मण्डलब्राह्मणोपनिषद्
- हयग्रीव उपनिषद्
- क्षुरिकोपनिषद
- मंडलब्राह्मणोपनिषद
- तारसारोपनिषद्
- आरुणेय
- दत्तात्रेय उपनिषद
- देवि
- परमहंसोपनिषद
- दक्षिणामूर्ति उपनिषद्
- योगशिक्षा उपनिषद
- स्कंदोपनिषद्
- योगशिखा
- स्कंदोपनिषद
- नाद-बिन्दु उपनिषद्
- त्रिपुरोपनिषद
- महावाक्य उपनिषद्
- योगतत्त्वोपनिषद
- सूर्य उपनिषद्
- योग-कुण्डलिनि उपनिषद्
- अव्यक्त उपनिषद्
- संन्यास उपनिषद
- शात्यायनि उपनिषद्
- अक्षमालिक उपनिषद
- दक्षिणामूर्ति उपनिषद
- वराहोपनिषद्
- सूर्योपनिषद्
- आत्मबोध
- दत्तात्रेयोपनिषद्
- सावित्रि
- रामरहस्य उपनिषद
- अवधूतोपनिषद
- कालाग्निरुद्र
- एकाक्षरोपनिषद
- एकाक्षर उपनिषद
- योगकुंडलिनि उपनिषद
- नाद-बिन्दु
- मान्त्रिक उपनिषद
- पैंगलोपनिषद
- पैंगलोपनिषद्
- तुरीयातीतोपनिषद
- अव्यक्त
- परब्रह्म
- अवधूत उपनिषद
- अन्नपूर्ण उपनिषद
- सुबालोपनिषद्
- तेजो-बिन्दु उपनिषद
- नारदपरिव्राजकोपनिषद
- सौभाग्योपनिषद
- अमृतबिंदु
- मांत्रिक
- कैवल्योपनिषद्
- तेजो-बिन्दु उपनिषद्
- योग कुण्डलिनि उपनिषद
- मंडलब्राह्मणोपनिषद्
- कृष्ण उपनिषद
- पाशुपत उपनिषद्
- अवधूत
- तुरीयातीत उपनिषद्
- गारुड़
- हयग्रीव
- मैत्रेयि
- बह्वृच
- अध्यात्मा उपनिषद
- महानारायण उपनिषद्
- नाद-बिंदु उपनिषद
- सुबाल उपनिषद्
- रुद्राक्षोपनिषद्
- योगशिक्षा उपनिषद्
- भावन
- दर्शन
- कौषीतकी
- गारुड़ उपनिषद्
- एकाक्षर उपनिषद्
- आत्मबोधोपनिषद्
- निरालंबोपनिषद
- योग-कुण्डलिनि उपनिषद
- नारदपरिव्राजक उपनिषद्
- मंडलब्राह्मण उपनिषद्
- निरालंबोपनिषद्
- याज्ञवल्क्योपनिषद्
- नारायण
- योग-कुंडलिनि उपनिषद
- वासुदेव उपनिषद
- योगकुण्डलिनि उपनिषद
- गारुड़ उपनिषद
- भिक्षुक
- त्रिपुरातपनि उपनिषद
- ब्रह्म उपनिषद्
- आत्मा उपनिषद्
- स्कंद उपनिषद्
- कालाग्निरुद्र उपनिषद
- अन्नपूर्णोपनिषद
- सीता
- मंडलब्राह्मण उपनिषद
- कौषीतकी उपनिषद्
- हयग्रीवोपनिषद्
- क्षुरिकोपनिषद्
- मुद्गलोपनिषद
- मांत्रिक उपनिषद
- अक्षमालिकोपनिषद्
- ध्यानबिंदु उपनिषद्
- रामरहस्य
- तेजो-बिंदु उपनिषद्
- सावित्रि उपनिषद
- पाशुपतोपनिषद्
- योग कुण्डलिनि
- योग कुंडलिनि उपनिषद
- योगकुण्डलिनि
- महानारायण उपनिषद
- त्रिपुरातपनि
- योगचूड़ामणि
- मुद्गल उपनिषद
- परमहंस उपनिषद्
- निर्वाणोपनिषद्
- परिव्रात् उपनिषद्
- तुरीयातीतोपनिषद्
- बृहज्जाबालोपनिषद्
- सर्व-सार उपनिषद
- महत्
- आत्मबोध उपनिषद्
- संन्यास उपनिषद्
- बह्वृचोपनिषद
- स्कंद
- कृष्ण उपनिषद्
- सुबाल
- शरभ
- त्रिपुरातपनि उपनिषद्
- आरुणेयोपनिषद्
- रामतापणि उपनिषद
- महत् उपनिषद्
- योगतत्त्वोपनिषद्
- मुद्गलोपनिषद्
- शाण्डिल्य
- वासुदेवोपनिषद्
- पाशुपत उपनिषद
- शारीरक उपनिषद
- महानारायणोपनिषद्
- मुद्गल
- आरुणेय उपनिषद्
- वासुदेवोपनिषद
- अव्यक्तोपनिषद्
- तारसारोपनिषद
- दत्तात्रेयोपनिषद
- महानारायणोपनिषद
- ब्रह्म उपनिषद
- पाशुपतोपनिषद
- कुण्डिक
- नारायणोपनिषद
- बह्वृच उपनिषद्
- अन्नपूर्ण उपनिषद्
- तुरीयातीत
- मण्डलब्राह्मण उपनिषद
- तेजोबिंद
- पैंगल उपनिषद्
- संन्यासोपनिषद्
- सौभाग्य उपनिषद
- योगकुंडलिनि
- पैंगल
- स्कन्दोपनिषद्
- भिक्षुक उपनिषद्
- सर्व-सार
- महावाक्योपनिषद
- अक्षमालिक
- योगचूड़ामणि उपनिषद्
- एकाक्षर
- त्रिपुर उपनिषद
- दर्शन उपनिषद
- देवि उपनिषद
- परब्रह्म उपनिषद्
- अव्यक्तोपनिषद
- रामरहस्योपनिषद
- निर्वाण उपनिषद
- कुंडिक उपनिषद्
- नादबिंदु
- शारीरक
- कौषीताकि उपनिषद्
- तारसार उपनिषद
- ब्रह्मविद्या
- अद्वयतारकोपनिषद्
- स्कन्द उपनिषद
- दर्शन उपनिषद्
- बृहज्जाबाल उपनिषद
- कृष्णोपनिषद
- कुण्डिकोपनिषद्
- ध्यानबिंदु
- ध्यानबिन्दु उपनिषद्
- कठरुद्रोपनिषद्
- भस्मोपनिषद्
- स्कन्दोपनिषद
- योगशिक्षा
- स्कन्द
- रामतापणि उपनिषद्
- बृहज्जाबाल उपनिषद्
- महत् उपनिषद
- योग-कुंडलिनि उपनिषद्
- नारदपरिव्राजकोपनिषद्
- शारीरकोपनिषद
- शाण्डिल्योपनिषद
- कैवल्य उपनिषद
- अद्वयतारक
- अक्षमालिक उपनिषद्
- ब्रह्मविद्या उपनिषद
- योगतत्त्व उपनिषद्
- ब्रह्मविद्या उपनिषद्
- अक्षि
- सीता उपनिषद
- कृष्ण
- योगतत्त्व
- मान्त्रिकोपनिषद्
Hypernyms of भावन
(A term that denotes a subcategory of a more general class is called Hypernyms : “Chair” and “table” are hyponyms of “furniture.” )
- उपनिषद्
- उपनिषद
What is "भावन" meaning in Hindi?
In our English to Hindi dictionary you will get to know -"भावन" word different meaning and translation in Hindi with usage examples ("भावन" ka meaning kya hota hai ).
Find "भावन" similar words and synonyms. Also know "भावन" antonyms, Transitive verb, Intransitive verb,
Hypernyms and Hyponyms. Answer of what is the meaning of "भावन" in Hindi and their usage in sentences.
देखें "भावन" ka matalab hindi me kya hai ("भावन" का हिंदी में मतलब )
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"भावन" meaning in English to Hindi Dictionary:
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